Thursday, July 26, 2018

shayari papa ke liye


shayari papa ke liye|shayari for father

1 . कहाँ वो लोग शकुन पाते है। 
जिनको पिता की क़दर  नहीं होती 
वक़्त देता भी उनको वही है ,
जो वो अपने पिता को देते है। 

2 . पिता नाम है , उस खुले आसमान का ,
      जो एक नन्हें से परिंदे की पहली उड़ान ,
      का सहारा बनता है। 

3. दिल से अमीर ,संस्कारो की पहचान ,

    छुपा केर हज़ारो गम मुस्कुरा कर ,

   अपने हिस्से की रोटी हमें खिला कर खुश 

  रहने वाला, वो इंसान कहलता है पिता। 

Monday, June 11, 2018

Sad Shayari



चाहत सभी की होती है ,
एक उजाले की
बहुत कम ही ऐसे होते  है
जिनको ये नसीब होते है।



किसी ने धूल क्या झोंकी है ,
आँखों में की पहले से
साफ़ नज़र आने लगा हैं।


कहाँ खाई थी , कसमें दूर तक 
साथ चलने की , एक पल 
भी तू ना मिला बस मिली मुझको 
तन्हाईया तेरे नाम की। 


ख़बर ही ना थी , हमको उसकी 
बेवफ़ाई की हमने तो निभाई  थीं ,
वफ़ा आपने आई हुए आपने हिस्से की ,
और एक वो थे जिनको ना थी क़दर मेरे इश्क़ की। 


दो ही वजह हो सकती है। 
तेरी बेवफाई की ,
या तो मिल गया है तुझको मुझे भी 
ज़्यादा प्यार करने वाला।
या फिर तुझको क़दर नहीं मेरे प्यार की। 

 तेरी यादो को इसलिए अभी एक साँझो के रखा है ,
जो तजुर्बा तेरा साथ ने दे सका वो तेरी जुदाई दे गयी। 

 तेरी यादो  ने हर जख्मो को सिलना सीखा दिया ,
टूटे हुए दिल ने ज़िंदगी को जीना सीखा दिया। 

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1. कभी देखा है , सागर को   
     सहारा मांगते हुए।    
अक्सर समां लेता है हजारो ,
नदियो को आपने अन्दर ,
कभी देखा है किसी नदी को सागर को 
सहारा देते हुए। 


2.    कहते हो साहब के कभी किसी का 
सहारा नहीं मिला , कभी देखा है ,
किसी नदी को रास्ता मांगते हुए। 

Saturday, May 5, 2018

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Friendship (दोस्ती ) 


दोस्ती दिल का एक ऐसा एहसाह है जो एक इंसान को दूसरे इंसान के लिए बहुत ख़ास बना देता है।

जिसमे एक दोस्त दूसरे दोस्त के लिए अपनी जान भी लूटा देता  है। एक एहसास है वो जिसका नाम है दोस्ती।  

1 इस जहां में कहाँ  हर किसी को  दोस्ती मिलती है ये तो बस किस्मतो से मिलती है।  

चाहत सभी की होती है एक अनमोल दोस्त की  पर हर किसी को ऐसा यार मिलता कहाँ  है। 

   

2 चाहत नहीं की किसी क़ीमती चीज़ की 

मिल गयी एक ऐसी अनमोल 

चीज़ एक सच्चे दोस्ती के रूप में के  

कमी रही उसकी बादशाह 

के पास भी। 


3 बिते लम्हों की वो बात अच्छी लगती हैं,

   बारिश की बौछार अच्छी लगती हैं,

   जब महफ़िल में जिक्र होता है अपनी दोस्ती का,

    तो वो शाम अच्छी लगती हैं।

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